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जब मिसेज बॉस अपनी सास की और मै अपनी पत्नी की बुराई करते है…

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एक ही छत के नीचे दो फर्मो का संचालन करने वाले करीब ५० की उम्र वाले बॉस जब कभी टेंसन में होते है तो उनसे अधिक टेंसन में मिसेज बॉस होती है. चूँकि कई वर्कर्स का काम पैसे बचाने के लिए बॉस को स्वयं करना पड़ता है तो जाहिर है की गलतिया भी होंगी ही. इसीलिए मिसेज बॉस अपनी रसोई का काम भी नीचे आफिस में ही आकर करती है. कहती है बॉस का हाथ बटा रही है. कोई २ बरस हो गए मिसेज बॉस की सास को स्वर्गे सिधारे हुय. ४ भाइयो में बॉस दुसरे नम्बर के है. अन्तिम समय में बॉस की माता जी ने अपनी सेवा इन्ही से करवाई. अब सास बहु का रिश्ता तो भाई सास बहु का ही होता है. कुछ लोगो से सुना है की जब तक ये दोनों एक दुसरे की बुराई न कर ले, मजा नहीं आता. अंतिम समय में माता जी बीमार भी थी, सो खटिया पर ही अपनी बहु की समस्त सेवाय प्राप्त की. ऐसे में भला बहु ये सब कैसे भूल सकती है? सास तो स्वर्ग सिधार गई लेकिन बहु थोड़े ही स्वर्ग सिधारी है.
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बस जब कभी बॉस इधर उधर होते है, या फिर दिल कुछ ज्यादा ही भर आता है तो भड़ास आखिर कहाँ निकाली जाय? मौका देख मिसेज बॉस वर्करों के साथ ही बतिया के दिल हल्का कर लेती है. बीच बीच में मिसेज बॉस के साथ बतियाने का सौभाग्य मुझे भी प्राप्त होता है. लेकिन थोडा डर भी लगता है. क्योकि सीधे सीधे कोई पॉइंट पर आने का चलन तो है नहीं. पहले कोई न कोई वजह तलाशनी पड़ती है. चूँकि मै थोडा कमबख्त किस्म का हु इसलिए बॉस ने मेरा ताम झाम अलग से कोने में लगा रखा है. मिसेज बॉस को इससे आसानी होती है और वो काफी देर तक मेरे साथ अपनी स्वर्गवासी सास की बुराई कर पाती है.
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अब सवाल ये है की सुरु कैसे करे. इसका बड़ा अच्छा फंडा मिसेज बॉस ने ढूंढ़ निकाला है. वो पहले मुझे कुरेदती है फिर खुद शुरु हो जाती है. चूँकि मै बचपन से ही मुर्ख किस्म का रहा हु इसलिए शादी मुझे ठीक से रास नहीं आई. मतलब उखाड़ पछाड़ मच गयी और अडोसियो पड़ोसिओ को खूब मनोरंजन करने का मौका मिला. अब एक बार किसी से दिल खट्टा हो जाय तो जुबान से कुछ न कुछ निकलता ही रहता है. लेकिन इत्ता सा मुह लेकर मै तब रह जाता हु जब मिसेज बॉस बातों ही बातो में मेरी पत्नी का पक्ष लेती दिखाई देती है वह भी तब जब मै तर्क के साथ अपना दुखड़ा रोता हु. भला एक औरत दूसरी का विरोध कैसे कर सकती है
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मिसेज बॉस दिल पर पत्थर रख के बताती है की उनकी सास की अन्य भाइयो तथा उनकी घरवालियों ने कतई सेवा नहीं की. लेकिन हिस्सा पूरा लिया. जबकि सास की सेवा तो मैंने की, इसलिए मुझे ज्यादा हिस्सा मिलना चाहिए था, जो की नहीं मिला. इसका उन्हें सबसे ज्यादा मलाल है, और फिर मुझसे हामी भरवाती है. बातों के दौरान कई बार कुर्सी से उठ-२ कर मिसेज बॉस बॉस को झांकती है की कही आ तो नहीं रहे.
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कभी-२ सोचता हु की ऐसे ही यदि मिसेज बॉस के साथ पत्नी की बुराई करने की आदत पड़ गई तो भविष्य में क्या होगा? कही पत्नी को पता चल गया तो? बाप रे बाप.

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